Sunday, June 19, 2005

आज जारी होंगे मुफ्त हिन्दी सॉफ्टवेयर टूल और फॉन्ट
(नवभारत टाइम्स)

संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार की राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्षा सोनिया गांधी सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विकसित कराए गए हिन्दी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टूल और फॉन्ट के ऑनलाइन मुफ्त वितरण कार्यक्रम का सोमवार को राजधानी में उद्घाटन करेंगी।
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इस अवसर पर वह एक वेबसाइट का भी उद्घाटन करेंगी जिससे ये सॉफ्टवेयर और फॉन्ट कहीं से भी मुफ्त में डाउन लोड किए जा सकेंगे।
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सोमवार को जारी सीडी और आन लाइन वितरण पैक में हिन्दी फॉन्ट की ड्राइवर सी डैक मॉड्यूलर इन्फोटेक, साइबर स्पेस मल्टी मीडिया, हिन्दी मल्टी फॉन्ट की बोर्ड इंजन, यूनीकोड पर चलने वाले ओपेन टाइप हिन्दी फॉन्ट की ड्राइवर, जेनटिक फॉन्ट, स्टोरेज कोड कन्वर्टर हिन्दी ब्राउजर, हिन्दी मसिंजर, हिन्दी ई-मेल, हिन्दी स्पेलचेक, हिन्दी-अंग्रेजी शब्द कोश, हिन्दी लैंग्वेज टेक्स्ट टू स्पीच सिस्टम, हिन्दी भाषा में वेबसाइट बनाने के सभी टूल शामिल हैं।


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Saturday, June 11, 2005

एक और अखबार यूनिकोड के दरबार में

नवभारत टाइम्स वेब पर उपलब्ध यूनिकोडित हिंदी समाचार पत्रों में शामिल हो गया है। एक बड़ा अखबार होने के नाते, वेब पर हिंदी सामग्री प्रकाशन के मानकीकरण (जो कि यूनिकोड द्वारा ही संभव है) के लिए यह एक अच्छे उत्प्रेरक का काम कर सकता है।

Thursday, June 09, 2005

Hindi and other Indian languages readership growing fast


Dainik Jagran with a readership of 21.12 million has toppled Dainik Bhaskar to be the most read newspaper in the country, according to the National Readership Study (NRS) 2005. Dainik Bhaskar has a readership of 17.37 million, followed by Eenadu (11.34 million).

Hindustan, Amar Ujala, Daily Thanti, Lokmat, Rajasthan Patrika, Times of India and Anand Bazar Patrika were the others that figured in the Top 10 list.

Dainik Jagran had an urban readership of 10.46 million, followed by Dainik Bhaskar (9.70 million). Third in line was Times of India with a readership of 7.29 million. Amar Ujala, Daily Thanti, Lokmat, Gujarat Samachar, Anand Bazar Patrika, Hindustan and Eenadu were the others who joined the Top 10 list.

A noteworthy point here is that Dainik Jagran, which is ruling the roost at present, has benefited from the drastically changing environment in Uttar Pradesh, Bihar and Jharkhand where the literacy rate has grown the most when compared to the other parts of the country. Almost 2.7 million people in urban UP and 8.4 million people in rural UP can read and understand Hindi.