हिन्दी

जैसे चींटियाँ लौटती हैं बिलों में / कठफोड़वा लौटता है काठ के पास / ओ मेरी भाषा! मैं लौटता हूँ तुम में
जब चुप रहते-रहते अकड़ जाती है मेरी जीभ / दुखने लगती है मेरी आत्मा
-केदारनाथ सिंह

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Thursday, May 08, 2008

चीनी हो या जापानी, अब समझे हिंदुस्तानी

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गूगल के भाषाई तोहफ़े जारी हैं. गूगल ट्रांसलेट के आज जारी नए अंतरपटल के जरिए हिंदी से केवल अंग्रे़ज़ी ही नहीं विश्व की कई लोकप्रिय भाषाओं से...
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Thursday, May 01, 2008

Lost in translation = अनुवाद में खो गए

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1 मई 2008 - गूगल ने हिंदी से अंग्रेज़ी और अंग्रेज़ी से हिंदी मशीनी अनुवाद सेवा शुरू की. इसके जरिये किसी एक शब्द से लेकर किसी पूरे वेब पन्न...
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