tag:blogger.com,1999:blog-3870714.post2567395728600772616..comments2024-03-27T03:46:15.530-04:00Comments on हिन्दी: अंग्रेज़ी न बोलने वाला भारतv9yhttp://www.blogger.com/profile/07973018577021600722noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3870714.post-41183141277655002132007-10-09T10:38:00.000-04:002007-10-09T10:38:00.000-04:00हिंदी की हैसियत नकारना किसी के बस की बात अब नहीं र...हिंदी की हैसियत नकारना किसी के बस की बात अब नहीं रही। जहां तक राजदीप सरदेसाई की बता है तो, राजदीप शायद अकेले अंग्रेजी पत्रकार हैं जिन्होंने अंग्रेजी का चैनल cnnibn शुरू करते वक्त कहा था कि मैं चाहता हूं कि हमारे रिपोर्टर्स में हिंदी टीवी चैनलों के रिपोर्टर्स जैसी तेजी दिखे।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3870714.post-83954455556521974032007-09-26T13:46:00.000-04:002007-09-26T13:46:00.000-04:00विमल भाई...विमल भाई अब ये तो तय है कि हिन्दी को नकारा तो नहीं जा सकता. पिछले दिनों हिन्दी दिवस पर विडियो काँन्फ़ेंसिंग के ज़रिये भाई अभिनव शुक्ला और भाई अनूप भार्गव से आँनलाइन संवाद बना था जिसमे एक बात स्पष्ट रूप से निकल कर आई कि विश्व (ख़ासकर अमेरिका) जान रहा है कि भारत और चीन दो बड़ी ताक़ते बन कर उभर रहीं है.इन देशो से व्यापारिक ताल्लुक़ात बढ़ाना है तो इनकी तहज़ीब और भाषा से सरोकार तो रखना ही होगा.इस पसमंज़र से देखें तो लगता है कि हिन्दी का भाव बढ़ेगा.इंशाअल्लाह!sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3870714.post-68023355882066660692007-09-26T13:34:00.000-04:002007-09-26T13:34:00.000-04:00अच्छी चीज़ पढ़्वाई आपने.. जो आप लिख रहे हैं या जो रा...अच्छी चीज़ पढ़्वाई आपने.. जो आप लिख रहे हैं या जो राजदीप कह रहे हैं, वो खबरिया चैनल के संदर्भ में तो ठीक है,पर यही बात मनोरंजन चैनल पर लागू नही होती.. वहां हिन्दी जानने वालों को आज भी हिकारत की नज़र से ही देखा जाता है.इन्ही अंग्रेज़ों की वजह से कभी कभी तो प्रेमचन्द का बायडाटा मांग लेते है,बाकी मै आपकी बात से सहमत हूं.VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.com